- भारतीय मूल की सिवानी को पिछले साल दुर्लभ कैंसर हुआ था, बच्ची में कोरोना का संक्रमण उसकी मां से फैला
- डॉक्टरों के मुताबिक, कैंसर के कारण कीमोथैरेपी से बच्ची की इम्युनिटी घट गई इसलिए अधिक सावधानी बरती गई
दैनिक भास्कर
Apr 28, 2020, 03:28 PM IST
दुबई. दुबई में एक भारतीय बच्ची ने 20 दिन तक कोरोना से लड़ने के बाद उसे हराया और घर लौटी। बच्ची का नाम सिवानी है और उसमें कोरोना का संक्रमण उसकी मां से फैला था। सिवाई को इससे पहले कैंसर हो चुका है। पिछले साल कई बार उसकी कीमोथैरेपी हुई और रोगों से लड़ने की क्षमता घटी हुई थी इसके बावजूद उसने कोरोनामुक्त होकर डॉक्टरों को चौका दिया है। ,
पिछले साल हुआ था कैंसर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिवानी की मां एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता है। मार्च में उन्हें कोरोना का संक्रमण हुआ तो बेटी और पति दोनों की जांच की गई। जांच रिपोर्ट में सिवानी के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। सिवानी के पेरेंट्स इसलिए भी अधिक परेशान थे क्योंकि पिछले साल ही उसे किडनी का एक दुर्लभ कैंसर हुआ था। जिसे वैज्ञानिक भाषा में गैंगलियोन न्यूरोब्लास्टोमा कहा जाता है। इस कैंसर के मामले बच्चों में ही देखे जाते हैं।
डटी रही थी सिवानी
सिवानी के कैंसर का इलाज अल फुतैतिम हेल्थ हब के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर अल बाज इलाज कर रहे थे। मेडिकल डायरेक्टर अल बाज के मुताबिक, कीमोथैरेपी के बाद बच्ची का शरीर कमजोर हो गया था। शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता घट गई थी। ऐसे में कोरोना के संक्रमण के बाद डॉक्टर चिंतित थे कहीं संक्रमण गंभीर रूप न ले ले।
14 दिन तक घर में क्वारेंटाइन में रहना होगा
कैंसर से उबरने के बाद संक्रमण के इलाज के दौरान सिवानी का खास ख्याल रखा गया। लगातार दो दिन तक जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी उसे निगरानी में रखा गया। अब वह 14 दिन अपने घर में क्वारेंटाइन में रहेगी। अस्पताल के डॉक्टर के मुताबिक, बच्ची की मां फिलहाल अभी अस्पताल में है और उम्मीद है वह जल्द ही रिकवर होंगी।
किडनी पर नहीं पड़ा संक्रमण का असर
हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. हैदर अल-यूसुफ का कहना है कि मां-बेटी के इलाज के दौरान काफी सावधानी बरती गई ताकि दोनों में तनाव की स्थिति न बने। सिवानी के मामले में इलाज के दौरान उसकी हर रिपोर्ट पर नजर रखी जा रही थी। पिछले साल वह कैंसर से रिकवर हुई थी लेकिन हमारी कोशिश थी कि वायरस के संक्रमण का असर उसकी किडनी पर न हो। फिलहाल इलाज सफल रहा और उसे छुट्टी दे दी गई।