December 11, 2023 : 5:36 AM
Breaking News
लाइफस्टाइल

चीनी शोधकर्ताओं का दावा, फेफड़े में छिपा रह सकता है कोरोना; चीन में इलाज के 70 दिन बाद मरीजों में मिला वायरस

  • साउथ कोरिया के 160 मरीजों में ऐसा मामला सामने आया था, चीन, वियनाम और ताइवान में इलाज के बाद पॉजिटिव मिले लोग

  • रिसर्च रिपोर्ट में दावा, ऐसा भी हो सकता है कि जांच में पकड़ में ही न आए कोरोनावायरस

दैनिक भास्कर

Apr 30, 2020, 11:06 PM IST

कोरोना के इलाज के बाद वायरस फेफड़े में लम्बे समय तक छिपा रह सकता है। चीनी शोधकर्ताओं के मुताबिक, चीन में ऐसे मामले भी सामने आए जब हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद 70 दिन बाद मरीज पॉजिटिव मिला। साउथ कोरिया में इलाज के बाद 160 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। ऐसे ही मामले चीन, मकाउ, ताइवान, वियतनाम में भी सामने आ चुके हैं। 

जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आ सकती है
कोरिया सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर जियॉन्ग यूं-कियॉन्ग का कहना है, कोरोना वायरस दोबारा मरीज को संक्रमित करने की बजाय रि-एक्टिवेट हो सकता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोनावायरस फेफड़े में अंदर गहराई में रह सकता है। ऐसा भी हो सकता है कि यह जांच रिपोर्ट में पकड़ में न आए।

अजीबोगरीब मामले सामने आए
चीन की आर्मी मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता डॉ. बियान शियूवु का कहना है कि 78 साल की एक महिला का तीन बार टेस्ट निगेटिव आया। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करने के कुछ समय के बाद वह महिला फिर कोरोना पॉजिटिव मिली। उसे फिर 27 जनवरी को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। 13 फरवरी को डिस्चार्ज हुई और अगले ही दिन कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। 

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुई पुष्टि
मौत के बाद महिला के पोस्टमॉर्टम के दौरान डॉक्टर्स को लिवर, हार्ट, आंत और बोन-मैरो में कोरोना वायरस नहीं मिला। लेकिन फेफड़ों की गहराई में वायरस के स्ट्रेन मिले। जब इसे इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप से देखा गया तो कोरोनावायरस की पुष्टि हुई।

वर्तमान में हो रही जांच में वायरस पकड़ नहीं आता

शोधकर्ताओं का कहना है कि शरीर में पड़े कोरोना स्ट्रेन के लक्षण साफतौर पर दिखाई नहीं देते। वर्तमान में हो रही टेस्टिंग में सैम्पल फेफड़ों की गहराई से नहीं लिए जाते इसलिए रिपोर्ट निगेटिव आती है। कोरोनावायरस के इस तरह से संक्रमण के तरीकों को जल्द से जल्द समझने की जरूरत है।

Related posts

गोवा में चतुर्दशी पर होता है नरकासुर वध; बंगाल में काली पूजा और पंजाब में मनाते हैं बंदीछोड़ दिवस

News Blast

जून का पहला दिन: दूसरों को परखने में जल्दबाजी न करें, लंबे समय से अटका काम हो सकता है पूरा

News Blast

शुक्र का राशि परिवर्तन: 22 जून से 17 जुलाई तक तुला, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए अच्छा समय

Admin

टिप्पणी दें