
- मेहराजुद्दीन वाडू का ट्वीट- इमरजेंसी में कोई कैसे पहले पास बनाने जाएगा ?
- वाडू भारत के लिए 6 साल फुटबॉल खेल चुके हैं, फिलहाल हैदराबाद एफसी के असिस्टेंट कोच हैं
दैनिक भास्कर
May 23, 2020, 03:51 PM IST
भारत के लिए 6 साल फुटबॉल खेल चुके मेहराजुद्दीन वाडू ने श्रीनगर पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मेहराजुद्दीन ने लिखा- मुझे आज फोन आया कि मां की तबीयत ज्यादा खराब है। मैं फौरन उन्हें देखने के लिए अपनी कार से निकला। लेकिन रास्ते में मुझे बदशाह चौक ब्रिज पर पुलिस ने रोक लिया और पूछताछ की।
इसके बाद मुझे हिरासत में ले लिया गया। मैंने मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी को मां की खराब तबीयत के बारे में जानकारी भी दी। लेकिन उन्होंने जो जवाब दिया वह वाकई हैरान करने वाला था।
This morning received a call abut my mother’s illness. Heard she is very critical . I rushed to see her but was stopped at the budshah chowk bridge and taken to d police custody. Spoke to the police officer Incharge but was what he did and Said was shocking.
— Mehraj Uddin Wadoo (@mehrajwadoo) May 23, 2020
पुलिस ने मुझे दो घंटे हिरासत में रखा: वाडू
पुलिस अधिकारी ने मुझसे कहा, ‘‘अगर तुम्हारी मां की जान जाती है तो चले जाने दो। इतना ही नहीं उन्होंने मुझे गाली भी दी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने मेरी कार की चाबी और फोन ले लिया। दो घंटे के बाद उन्होंने मुझे फोन करने दिया और तब जाकर मैं छूटा। पुलिस का यह रवैया गलत था। पुलिस को कम से कम उन लोगों को तो सम्मान करना चाहिए, जिन्होंने राज्य और देश के लिए योगदान दिया है।’’
If ur mother is dieing let her die. These were the words from the officer Incharge there . Yes to 100% correct why would you care ? But, what abut that constable who started abusing me without any reason? They took my car and my phone. I was not allowed to use my phone for 2hrs.
— Mehraj Uddin Wadoo (@mehrajwadoo) May 23, 2020
‘पुलिस अफसरों का बर्ताव ठीक नहीं था’
मेहराजुद्दीन ने कहा, ‘‘कुछ अफसर ऐसे हैं, जो इंसानों के साथ जानवरों जैसा सलूक कर रहे हैं। आप ही बताएं कि ऐसी इमरजेंसी में कोई कैसे पहले पास बनाने जाएगा?।’’ हालांकि, पूर्व फुटबॉलर के इन आरोपों पर श्रीनगर पुलिस की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
Finally they did let me make a phone call and I was released. @JmuKmrPolice police have respect to the people like us who have contributed to the state and country for many many years. Some of ur officers are treating people like animals .@ndtv @KVijayKumarIPS @listenshahid
— Mehraj Uddin Wadoo (@mehrajwadoo) May 23, 2020
वाडू घाटी में फुटबॉल को बढ़ावा देने के अभियान से जुड़े हैं
वाडू भारत के लिए 6 साल फुटबॉल खेल चुके हैं। इसके अलावा वे मोहन बागान, ईस्ट बंगाल और सलगांवकर और पुणे सिटी जैसे क्लब का भी हिस्सा रह चुके हैं। वे जम्मू-कश्मीर स्पोर्ट्स काउंसिल से भी जुड़े हैं और घाटी में फुटबॉल को बढ़ावा देने के अभियान से भी जुड़े रहे हैं।