- इस समय इम्युनिटी बढ़ाने पर ध्यान दें, हल्दी वाला दूध पीएं और आयुष मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करें
- लॉकडाउन के कारण ही वायरस फैलने की गति धीमी हुई, इसलिए लॉकडाउन खुलने के बाद भी जरूरी सावधानी बरतें
दैनिक भास्कर
May 05, 2020, 03:10 PM IST
कोरोना से लड़ने के लिए अमेरिका ने किस तरह की दवा बनाई है, लॉकडाउन हटने के बाद क्या ध्यान रखें और ठीक हो चुके कोरोना के मरीजों से भेदभाव होता है, इससे कैसे निपटें…ऐसे कई सवालों का जवाब नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने आकाशवाणी को दिए हैं। जानिए कोरोना से जुड़े सवालों के जवाब….
#1) हमारे देश में हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन कितनी मात्रा में है?
देश में इस दवा को बनाने की बहुत अधिक क्षमता है। पर्याप्त मात्रा में यह दवा उपलबध है इसलिए जब दूसरे देशों ने मदद मांगी तो उन्हें भी यह उपलब्ध कराई गई। यह भारत के लिए गर्व की बात है। भारत दुनिया की फार्मेसी बनकर उभरा है और यह दवा सभी शहरों में उपलब्ध है। इसे मरीजों को दिया भी जा रहा है। इसके अलावा जो रेड जोन में डॉक्टर, नर्स मरीजों की देखभाल कर रहे हैं उन्हें भी यह दी जाती है।
#2) क्या अमेरिका ने कोरोना से लड़ने के लिए कोई दवा तैयार की है?
रेमडेसिविर नाम की दवा जो अफ्रीका में इबोला बीमारी के लिए बनी थी, उसी दवा को कोरोना के लिए प्रयोग करने की कोशिश की जा रही है। अमेरिका के वैज्ञानिकों ने अपने देश में इस कोरोना पीड़ितों को देने की अनुमति दे दी है। भारत में इसका बड़े स्तर पर प्रयोग नहीं किया गया है। अगर हमारे देश में प्रयोग होगा और सफल परिणाम आएंगे तो सरकार इस दवा को उपलब्ध कराएगी। यह फैसला ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा लिया जाएगा।
#3) क्या मोबाइल का प्रयोग करने से संक्रमण हो सकता है?
अगर कोई संक्रमित अपने फोन का प्रयोग करता है और उसे छींक आए तो वायरस मोबाइल पर पहुंच जाएंगे। उसी मोबाइल का प्रयोग कोई और प्रयोग कर ले तो संक्रमण का खतरा है। इसलिए अपना फोन किसी को न दें और न ही दूसरे का फोन छुएं। अगर प्रयोग कर रहे हैं तो सैनेटाइजर लगाएं। मुंह में मास्क जरूर लगाए रहें, बाहर से जब भी आएं तो फोन को भी सैनेटाइज करें।
#4) ग्रीन, ऑरेंज जोन में रियायत दी जा रही है तो वहां कैसे दिशा-निर्देशों का पालन होगा?
छूट केवल इसी बात पर दी गई है कि सभी लोग दिशा-निर्देशों का पालन करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखेंगे। हालांकि, अभी कुछ ही चीजों में छूट दी गई है। स्कूल, कॉलेज, जिम नहीं खुलेंगे। शादी समारोह और भीड़ एकत्र करने वाले आयोजन प्रतिबंधित हैं। लोगों को हर सावधानी बरतनी होगी ताकि संक्रमण न फैले। जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही काम करें।
#5) क्या आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने में निजी जानकारी लीक हो सकती है?
इस ऐप को डाउनलोड करेंगे तो आप खुद को, परिवार को और देश को वायरस से बचाने का काम करेंगे। ऐप हाई लेवल की सिक्योरिटी के साथ बनाया गया है इसलिए कोई भी निजी जानकारी लीक नहीं हो सकती। चीन के वुहान में भी ऐसे ही मिलते-जुलते ऐप का प्रयोग किया था।
#6) गाय या भैंस किसका दूध फायदेमंद है?
दूध पीना शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। कोई भी दूध हो, गाय या भैंस का, दोनों ही अच्छे हैं। लेकिन अभी इम्युनिटी पर भी ध्यान देना है इसलिए दूध में हल्दी डालकर पीएं। आयुष मंत्रालय ने भी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए गोल्डन मिल्क यानी हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी है।
#7) कोरोना से ठीक हो चुके मरीज का खान-पान क्या होता है?
कोरोना से ठीक होकर आए मरीजों का खानपान सामान्य ही रहेगा। उनका उसी तरह ख्याल रखें, जैसे सामान्य बीमारियों के बाद घर लौटने वाले मरीज का रखा जाता है। इस वक्त वायरस की वजह से कई लोग तनाव में या दबाव में भी रहते हैं, ऐसे में उन्हें मानसिक रूप से खुश रखें। हीन भावना से मत रखें।
#8) कोरोना से ठीक हुए मरीजों को लेकर दूसरे लोगों में हीन भावना रहती है, उनको क्या कहें?
अगर कोई इंसान वायरस की चपेट में आया है तो ऐसा अनजाने में हुआ है। यह समझना होगा वह व्यक्ति भी हमारे देश, शहर, गांव का है। ठीक हुए लोगों से कोई खतरा नहीं होता। अगर आपको शक है, उनसे संक्रमण की चिंता है तो डॉक्टर से पूछ लें कि ऐसे मरीजों के साथ कैसे रहें। जो डॉक्टर बताएं उसे फॉलो करें। फिजिकल और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। सभी को इस वायरस से मिलकर लड़ना होगा।
#9) क्या लॉकडाउन खुलने पर भी सावधानी रखनी है?
लॉकडाउन में हमने वायरस से लड़ने के लिए काफी तैयारी की, उससे वायरस के फैलने की गति धीमी हो गई है। अब जब लॉकडाउन खुलने का वक्त आ रहा है तो जो भी गाइडलाइंस जारी की गई हैं उसका पालन करें। आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें, शाम 7 से सुबह 7 बजे तक घर से बाहर न निकलें। ऑरेंज, ग्रीन जोन में वाहन में दो से ज्यादा लोग नहीं बैठ सकते, क्योंकि वायरस का प्रकोप खत्म नहीं हुआ है, इसलिए छूट मिलने पर भी कोई लापरवाही न करें।