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क्या हर बार बाहर से आने पर कपड़े धोना जरूरी? एक्सपर्ट – हां, वरना संक्रमण हो सकता है, जूते बाहर उतारें और साबुन से हाथ जरूर धोएं : एक्सपर्ट

  • देश में स्वदेशी वेंटिलेटर का निर्माण बड़े स्तर पर हो रहा है, इसलिए वेंटिलेटर कम होने की बात पर घबराएं नहीं
  • बुजुर्गों को टीवी, फोन और वीडियोज के जरिए व्यस्त रखें ताकि उनमें तनाव की स्थिति न बने और वे बाहर न निकलें

दैनिक भास्कर

May 08, 2020, 01:28 PM IST

नई दिल्ली. क्या कपड़ों से कोरोना फैल सकता है, बुजुर्ग बाहर जाना चाहते हैं कैसे रोकें, क्या वाकई में देश में वेंटिलेटर की कमी है…. ऐसे कई सवालों का जवाब एम्स दिल्ली के विशेषज्ञ डॉ. प्रसून चटर्जी ने आकाशवाणी को दिए हैं। जानिए कोरोना से जुड़े आपके सवाल और एक्सपर्ट के जवाब….

#1) अगर कंटेनमेंट जोन में घर है तो क्या करें?
ऐसा होने पर डरने की जरूरत नहीं है। बस सावधान रहें। अगर बगल वाले घर में कोई कोरोना का मरीज है तो परेशान होने की जरूरत नहीं। बस बाकी लोगों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें और बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं। हाथों को साफ रखें।

#2) वायरस कॉन्टेक्ट से फैलता है इसे कैसे समझें?
कॉटेक्ट का मतलब ये नहीं है कि किसी को दूर से देख लिया तो वायरस का संक्रमण फैल जाएगा। इसका मतलब है कि किसी भी इंसान के साथ खड़े होकर बात कर रहे हैं और उसने मास्क नहीं लगाया है तो वायरस का संक्रमण हो सकता है।

#3) बुजुर्गों में चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है, बाहर जाना चाहते हैं, ऐसे में क्या करें?
किसी को भी एक जगह रहना मुश्किल होता है। सबको लम्बे समय एक ही जगह रहना परेशान करता है। बुजुर्गों के साथ यह ज्यादा होता है, उन्हें तनाव होता है लेकिन इस बात को समझने की जरूरत है कि इसके अलावा दूसरा विकल्प नहीं है। इसलिए ये घर परिवार की जिम्मेदारी है कि उनके सम्पर्क में रहें, चाहे फोन के जरिये, वीडियो के जरिए, टीवी दिखाएं और उन्हें व्यस्त रखें। अभी ढील दी गई है अगर उन्हें बाहर जाने देंगे तो किसी ऐसे इंसान के सम्पर्क में आ सकते हैं जो एसिम्प्टोमेटिक (जिनमें लक्षण नहीं दिखते) हैं तो वे संक्रमित हो सकते हैं। अगर घर का कोई सदस्य बाहर आ-जा रहा है तो बुजुर्गों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें।

#4) क्या हर बार बाहर से आने पर कपड़े धोना जरूरी है?
हां, ये जरूरी है, क्योंकि इस बात का ध्यान नहीं देंगे तो संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। भले ही आप पूरी सुरक्षा के साथ बाहर गए और वापस आने पर मास्क निकाल दिया लेकिन अगर कपड़े पर वायरस रह गया और अनजाने में आपका या किसी और हाथ वहां पहुंचा तो संक्रमित होने का खतरा है। बेहतर होगा कि बार-बार बाहर मत जाएं।

#5) क्या बासी खाने से वायरस के संक्रमण का खतरा है?
नहीं, बासी खाना खाने से संक्रमण का खतरा नहीं लेकिन फूड प्वॉइजनिंग हो सकती है। जो भी खाएं अच्छी तरह पकाकर खाएं, दूध भी उबालकर ही पिएं। कुछ भी खाने से पहले साबुन से अच्छी तरह धोएं।

#6) क्या देश में वेंटिलेटर की कमी है?
कोरोना संक्रमण को भारत में फैले एक महीने से अधिक हो गया है। वायरस को काफी हद तक कंट्रोल कर लिया गया है। अच्छी बात है कि हमारे यहां वेंटिलेटर की जरूरत बहुत कम मरीजों को पड़ रही है। ज्यादातर लोग खुद से ठीक हो जा रहे हैं। फिर भी अगर आगे जरूरत पड़ी तो दूसरे देशों से मंगाए जाएंगे। देश में स्वदेशी वेंटिलेटर का भी निर्माण बड़े स्तर पर हो रहा है। यह कहना कि वेंटिलेटर कम हैं, ऐसा नहीं, इसलिए घबराए नहीं।

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