February 7, 2025 : 12:24 AM
Breaking News
लाइफस्टाइल

बच्चा भले ही कितना बड़ा हो जाए, अपनी मां से हमेशा नौ महीने छोटा ही रहता है

दैनिक भास्कर

May 10, 2020, 12:32 AM IST

कहते हैं कि हर बच्चा जब पैदा होता है तो उसकी पहली पुकार मां होती है। उसके रोने में, चीत्कारने में, उसकी हर हरकत में सिर्फ मां होती है। मां उसकी जननी के साथ वह प्रेरणा होती है जो ताउम्र एक बच्चे के साथ बनी रहती है। शायद इसीलिए समझदार कहते हैं कि बच्चा भले ही कितना बड़ा हो जाए, अपनी मां से हमेशा नौ महीने छोटा ही रहता है। गर्भ के उन नौ महीनों की पीड़ा तपस्या बनकर मां के महत्व को इतना बढ़ा देती है कि स्वयं ईश्वर भी नतमस्तक हो जाते हैं।  

कोरोना के संकट के बीच इस मदर्स डे पर मां को समर्पित कुछ विद्वानों के ऐसे शब्द जो मां के महत्व को बताते हैं और समझाते हैं कि इस रिश्ते से बड़ा कोई रिश्ता नहीं।

Related posts

कोरोना को हवा में पकड़ने वाली डिवाइस ‘बायोक्लाउड’ बनाई गई, क्लासरूम से लेकर ऑफिस तक के कमरों में वायरस की हो सकेगी जांच

News Blast

आईआईटी दिल्ली ने 99.99 प्रतिशत बैक्टीरिया मारने वाला कपड़ा बनाया, अब कोरोना की टेस्टिंग होगी

News Blast

सूतक से ग्रहण खत्म होने तक मनोकामना के अनुसार करना चाहिए जाप, दोपहर 1.38 बजे तक रहेगा ग्रहण, इस समय में पूजा न करें

News Blast

टिप्पणी दें