- लॉकडाउन बंदिशे हटने के बाद दुनियाभर में रौनक धीमे पांव लौटने लगी लेकिन हर दिल में डर समाया है
- कोरोना का डर ऐसा कि लोग बाकी सारे संकेत-चिन्ह भूलकर केवल सोशल डिस्टेंसिंग निशानों पर ध्यान दे रहे
दैनिक भास्कर
May 17, 2020, 02:23 PM IST
साल 2020 ऐसी धूमधाम से आया था कि लोग कह रहे थे ऐसा लीप ईयर सदियों में एक बार आता है। लेकिन, अब इसके 137 दिन बीतने के बाद यह सोच बन रही कि, कैसे भी हो ये साल जल्दी गुजर जाए और फिर लौटकर कभी न आए। वजह एक ही है- कोरोनावायरस।
इस वायरस ने दुनिया की तस्वीर और तौर तरीके ऐसे बदल दिए हैं जैसे कोई जादूगर किसी को सम्मोहित करके मनचाहा काम करा ले।कोरोना ने जो दुनिया में ऐसी दूरियां बड़ा दी और ऐसे फासले पैदा कर दिए हैं जिन्हें भरने में बरसों लग जाएंगे।
ऐसे ही फासलों की सबसे छोटी इकाई वह 6 फीट की दूरी है जो अब जिंदगी के साथ अनिवार्य रूप से चलेगी। लॉकडाउन में ढील के साथ ही दुनिया में इस 6 फीट दूरी के अनोखे निशान सामने आ रहे हैं।
ये निशान मजबूरी के भी हैं और मजबूर करने वाले भी… इन्हीं निशानों की तस्वीरें, उनमें एक क्रिएटिविटी और बेबसी की झलक भी