- कैलिफोर्निया की बायोटेक कम्पनी सोरेंटो थैराप्यूटिक्स ने न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई स्कूल ऑफ मेडिसिन के साथ मिलकर की रिसर्च
- वैज्ञानिकों ने एंटीबॉडी का नाम STI-1499 बताया और लोगों तक पहुंचाने के लिए अमेरिकी के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से आपातकालीन अनुमति मांगी
दैनिक भास्कर
May 18, 2020, 10:08 PM IST
कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने ऐसी एंटीबॉडी खोजी है जो 100 फीसदी तक कोरोनावायरस का संक्रमण रोक सकती है। वैज्ञानिकों ने एंटीबॉडी का नाम STI-1499 बताया है। कैलिफोर्निया की कंपनी सोरेंटो थैराप्यूटिक्स ने इसकी खोज न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई स्कूल ऑफ मेडिसिन के साथ मिलकर की है।
जल्द से जल्द लोगों तक पहुंचाने की कोशिश
कंपनी का दावा है कि वह हर महीने 2 लाख एंटीबॉडी का निर्माण कर सकती है। जो वैक्सीन तैयार होने के पहले ही उपलब्ध हो जाएगी। सोरेंटो थैराप्यूटिक्स कम्पनी ने एंटीबॉडी को लोगों तक पहुंचाने के लिए अमेरिकी के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से आपातकालीन अनुमति मांगी है।
सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत नहीं
कम्पनी के सीईओ डॉ. हेनरी जी का कहना है कि हमारा लक्ष्य सिर्फ मरीजों का इलाज है। अगर हमारे में शरीर में ऐसी एंटीबॉडी है जो वायरस को खत्म कर सकती है तो सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत नहीं। आप बिना डर के कहीं भी जा सकते हैं।
वायरस से लड़ने के लिए सुरक्षा कवच तैयार होगा
शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस एंटीबॉडी का ट्रायल इंसानों पर नहीं हुआ है, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि शरीर में इसके साइड इफेक्ट दिखेंगे या नहीं। कंपनी ने करीब 12 एंटीबॉडीज को मिलाकर एक दवा तैयार की है जिसमें STI-1499 भी शामिल है। शोधकर्ता का दावा है कि कई तरह की एंटीबॉडी से तैयार ड्रग जब इंसान के शरीर में पहुंचेगा तो वायरस से लड़ने के लिए सुरक्षा कवच की तरह साबित होगा।
अस्थायी वैक्सीन का काम करेगी एंटीबॉडी
केमिस्ट डॉ. डेरेक लॉवे का कहना है कि यह एंटीबॉडी वायरस को ब्लॉक करने के साथ इम्यून सिस्टम के लिए भी अलार्म का काम करेगी। जब तक कोरोनावायरस को खत्म करने का टीका नहीं तैयार होता तब तक यही अस्थायी वैक्सीन का काम करेगी। कम से कम नए लोगों में संक्रमण नहीं फैलेगा।