January 15, 2025 : 6:59 PM
Breaking News
अन्तर्राष्ट्रीय

महात्मा गांधी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाए जाने पर ट्रम्प ने कहा- यह अपमानजनक; कई अमेरिकी सांसद पहले भी माफी मांग चुके हैं

  • 2 जून की रात प्रदर्शनकारियों ने वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर लगी मूर्ति पर स्प्रे पेंट कर ग्रैफिटि बना दिए थे
  • अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों हत्या के बावजूद ट्रम्प ने कहा- पुलिस ने शानदार काम किया है

दैनिक भास्कर

Jun 09, 2020, 06:36 PM IST

वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की घटना को अपमानजनक करार दिया। उन्होंने सोमवार को व्हाइट हाउस में इससे जुड़ा सवाल पूछे जाने पर यह बात कही मूर्ति को 2 जून की रात अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के खिलाफ विरोध करने वालों ने नुकसान पहुंचाया था। वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर लगी मूर्ति पर स्प्रे पेंट कर ग्रैफिटि बना दिए थे। 

महात्मा गांधी की यह मूर्ति वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास के सामने 16 सितंबर 2000 को लगाई गई। भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मौजूदगी में इसका अनावरण हुआ था। यह यहां लगाई गई चंद विदेशी नेताओं की मूर्तियों में से एक है। 

भारतीय दूतावास ने मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की शिकायत की थी
भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने भी मूर्ति को नुकसान पहुंचाने पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा कि था गांधी की मूर्ति को तोड़ना काफी दुखद है। हमारी माफी कबूल करें। इसके साथ कई सांसदों ने और ट्रम्प के कैंपेन ने भी इसके लिए माफी मांगी थी। अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने 3 जून को मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की शिकायत की थी। पुलिस इसकी जांच कर रही है। भारतीय दूतावास ने अमेरिकी विदेश विभाग, मेट्रोपॉलिटन पुलिस और नेशनल पार्क सर्विस के साथ मिलकर मूर्ति की मरम्मत का काम शुरू किया है। 

ट्रम्प ने पुलिस का बचाव किया
अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों हत्या के बावजूद ट्रम्प ने पुलिस की तारीफ की। कहा- पुलिस ने शानदार काम किया है। अमेरिका जॉर्ज की मौत को 14 दिन हो चुके हैं। अमेरिका में उसे इंसाफ दिलाने के लिए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। अब एक नई मांग उठ रही है कि पुलिस को मिलने वाली फंडिंग यानी सरकारी बजट पर रोक लगाई जाए। लेकिन, ट्रम्प ने इसका विरोध किया। कहा- पुलिस की फंडिंग बंद नहीं की जाएगी। न ही इस डिपार्टमेंट को बंद किया जाएगा। हम चाहते हैं कि वहां अच्छे अफसर रहे। 99.99 फीसदी अच्छे अफसर ही हैं। जो कुछ (फ्लॉयड मामले में) हुआ वो भयानक और दुखद था।

25 मई को जॉर्ज की मौत हुई थी
मिनेसोटा राज्य की मिनीपोलिस शहर की पुलिस ने 25 मई को जॉर्ज फ्लॉयड को धोखाधड़ी के आरोप में पकड़ा था। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने उसे हथकड़ी पहनाई और जमीन पर उल्टा लिटाकर उसकी गर्दन को घुटने से 8 मिनिट 46 सेकंड तक दबाए रखा। इससे जॉर्ज की सांसें रुक गईं और वे बेहोश हो गए। अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना का वीडियो वायरल होते ही देश भर में प्रदर्शन शुरू हो गए।

Related posts

दूसरे देशों से पहुंचे शरणार्थी करीब साल भर से यहां नजरबंद, बाहरी दुनिया देख तो सकते हैं लेकिन कहीं जा नहीं सकते

News Blast

इमीग्रेशन पॉलिसी का असर:सिंगापुर से एक लाख से अधिक विदेशी पेशेवरों का पलायन, वजह-सख्त कोविड नियम, लोगों का विरोध और टीकों की कमी

News Blast

फिर डराने लगा यह सीन! सिर पर बोझ, साथ में बच्चे-पत्नी और मां, बिहार लौटने लगे प्रवासी मजदूर

News Blast

टिप्पणी दें