- एक वर्चुअल ग्रेजुएशन सेरेमनी में स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया
- इस सेरेमनी को यूट्यूब पर “Dear Class of 2020” के टाइटल के साथ लाइव स्ट्रीम किया गया था
दैनिक भास्कर
Jun 09, 2020, 09:00 PM IST
नई दिल्ली. गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक ग्रेजुएशन सेरेमनी में इस साल ग्रेजुएट हो रहे स्टूडेंट्स के लिए हौसले और उम्मीद से भरी बातें कहीं। बीते रविवार को हुई इस सेरेमनी के दौरान पिचाई ने अपने संघर्ष के दिनों को भी याद किया। इस ग्रेजुएशन सेरेमनी को यूट्यूब पर “Dear Class of 2020” के टाइटल के साथ लाइव स्ट्रीम किया गया था। उन्होंने अपनी स्पीच में स्टूडेंट्स को आशावादी बनने और उत्सुक रहने की सलाह दी।
मुसीबतों का सामना करना जरूरी
अपने संबोधन में सुंदर पिचाई ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहा कि जब मैं 27 साल का था तो भारत छोड़कर अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने आया था। उन्होंने कहा, ‘मेरे पिता ने अपनी एक साल की कमाई के बराबर पैसे मेरे टिकट पर खर्च किए थे, ताकि मैं स्टैनफोर्ड में पढ़ सकूं। उन्होंने बताया कि वो मेरा पहला हवाई सफर था।
महंगी जगह पर सर्वाइव करना होता था मुश्किल
पिचाई ने बताया कि जब हो पहली बार कैलिफोनिर्या में लैंड किये तो वहां वैसी स्थिति नहीं थी, जिसकी उन्होंने कल्पना की थी। अमेरिका महंगी जगह थी। उस समय घर फोन करने पर प्रति मिनट 2 डॉलर खर्च करना पड़ता था जो काफी ज्यादा था।” उन्होंने कहा, “मेरे पास तकनीक की सुविधा नहीं थी। 10 साल की उम्र तक तो हमारे पास टेलीफोन नहीं था। वहीं आज के बच्चों पर सभी तकनीकी साधन उपलब्ध हैं जिनका उपयोग करके वे आगे बढ़ सकते हैं।
सुन्दर पिचाई की स्पीच की मुख्य बातें
- अधीरता को कभी खत्म नहीं होने देना चाहिए इसी से दुनिया में अगली क्रांति आएगी। इससे आप वो कर सकेंगे जिसे मेरी जेनरेशन के लोग सोच भी नहीं सकते हैं।
- पिचाई ने कहा, ‘क्लाइमेट चेंज को लेकर आप हमारी जेनरेशन द्वारा उठाए कदम से हताश हो सकते हैं। लेकिन इसे लेकर बेचैन न हो काम करते रहें। इससे आप उस स्थति में पहुंच पाएंगे, जिसकी पूरी दुनिया को जरूरत है।’
- हमारा इतिहास भी हमे आशावादी रहने और किसी भी हालत में उम्मीद न छोड़ने की सीख देता है। इसलिए उम्मीद बनाए रखें।
चेन्नई में पले-बढ़े हैं पिचाई
सुंदर पिचाई तमिलनाडु के चेन्नई में पले-बढ़े हैं और आईआईटी से पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनवर्सिटी से मास्टर्स किया और फिर व्हॉर्टन स्कूल से एमबीए किया है। 2004 में उन्होंने गूगल में नौकरी शुरू की थी।
सेरेमनी में कई अन्य लोग भी हुए शामिल
इस सेरेमनी में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बाराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ओबामा ने भी संबोधित किया। इसके अलावा इसमें सिंगर लेडी गागा और नॉबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफजई भी शामिल रहीं।