दैनिक भास्कर
Jun 12, 2020, 09:51 PM IST
सोनू सूद और नीति गोयल का घर भेजो मिशन अनलॉक फेज वन में लगातार चल रहा है। शुक्रवार को दोपहर मुंबई के बोरिवली स्टेशन से 2000 से ज्यादा प्रवासियों को रवाना करने एक बार फिर सोनू पहुंचे। पहले सोनू प्रवासी श्रमिकों को भेजने बसों का इंतजाम कर रहे थे अब वे ट्रेनों के जरिए इस काम को अंजाम दे रहे हैं।
Fresh visuals of @SonuSood, who bid adieu to 2000 migrants from Borivali heading to their homes in #UttarPradesh. He has been the pioneer of starting the #GharBhejo initiative with #NeetiGoel helping thousands of migrants reach home in all states across the country?. #SonuSood pic.twitter.com/05Jk61aSBf
— Atul Mohan (@atulmohanhere) June 12, 2020
रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक सोनू करीब 20 हजार लोगों को उनके घर भेज चुके हैं। इसमें असम, उड़ीसा और उत्तराखंड के वे लोग भी शामिल हैं जिनके लिए सोनू ने फ्लाइट की टिकट्स बुक करवाई थीं।
मदद पर हुई राजनीति
इसके पहले 8 जून की रात सोनू सूद को मुंबई के बांद्रा टर्मिनल स्टेशन के अंदर नहीं जाने दिया गया। वे वहां से उत्तर प्रदेश जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार कुछ मजदूरों को विदा करने आए थे। लेकिन आरपीएफ ने उन्हें प्लेटफॉर्म पर नहीं जाने दिया। इस दौरान सूद करीब 45 मिनट तक आरपीएफ कार्यालय में ही बैठे रहे। हालांकि इस घटना के बारे में सोनू सूद ने कहा था- ‘मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि मुझे प्लेटफॉर्म पर जाने को मिला या नहीं। मेरा काम मजदूरों को उनके घर भेजना है और मैं उन्हें यहां पर विश करने के लिए आया था।’
शिवसेना ने की थी आलोचना
इससे पहले शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए सूद पर आरोप लगाया था कि वे भाजपा की लिखी स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं, ताकि राज्य सरकार को बदनाम किया जा सके। उन्होंने महाराष्ट्र के सामाजिक परिदृश्य में अचानकर महात्मा सूद के सामने आने को लेकर भी सवाल खड़ा किया था। जिसके बाद सोनू ने रविवार रात मातोश्री जाकर सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी।