बेगूसराय नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर पर लड़की को किडनैप करने का मामला प्रेम प्रसंग का निकला है. अपहरण के आरोपी शिव शक्ति कुमार ने अपने रिश्ते की भतीजी सजल सिंधु के साथ खगड़िया के कात्यायनी मंदिर में शादी कर ली है.
शादी के बाद दोनों का एक वीडियो सामने आया है. इसमें उन्होंने इस मामले में खुलकर अपनी बात रखी है. नवविवाहित जोड़े ने वैशाली पुलिस प्रशासन से भी अनुरोध किया गया है कि अपहरण को लेकर जो एफआईआर दर्ज कराई गई है, पूरी तरह से झूठी है. हम लोगों ने शादी की है.
शादीशुदा जोड़े ने लगाई सुरक्षा की गुहार
सजल सिंधु ने जहां इसको लेकर मानवाधिकार आयोग, बार काउंसिल और चीफ जस्टिस को मेल किया है. वहीं शिव शक्ति ने अपने जान पर खतरा बताते हुए सुरक्षा मुहैया करने की मांग की है. हालांकि, दोनों अभी सामने नहीं आए हैं, ना तो शिव शक्ति अपने बेगूसराय नगर निगम कार्यालय पहुंचे और ना ही दोनों घर पहुंचे हैं.
शादी के बाद वीडियो जारी कर रही अपनी बात
वहीं वीडियो में सजल सिंधु ने कहा है कि हमने प्रेम के बाद शादी की है. यह चुनौती है, लेकिन चुनौतियों से भाग कर हम अपना निर्णय नहीं बदल सकते हैं. प्रेम किया है तो शादी की. इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. बड़ी बात उनके लिए है जो इन चीजों को नहीं समझते हैं. हम घर और समाज को संदेश दे रहे हैं कि जिसको अपने आप अपने व्यवहार में नहीं उतर पा रहे हैं. उसे उतारने की कोशिश करनी चाहिए.
एक ही गांव के रहने वाले हैं दोनों
सजल ने बताया कि हमलोगों का पैतृक निवास एक ही जगह है. 2015 से हम दोनों एक दूसरे के साथ हैं. 2015 में मैट्रिक पास करने के बाद मैं बनारस के सेंट्रल हिंदू गर्ल स्कूल में इंटर की पढ़ाई करने के लिए गई. शिव शक्ति पीजी करने गए थे. हम दोनों पहले से एक दूसरे को जानते थे.
14 अगस्त को कत्यायनी मंदिर में की शादी
वहां वक्त मिला तो एक दूसरे को और गहराई से जाना समझा. धीरे-धीरे प्रेम बढ़ते गया. चरणबद्ध तरीके से बढ़ते-बढ़ते 14 अगस्त को हमने खगड़िया के चर्चित शक्ति पीठ मां कात्यायनी के समक्ष प्रेम विवाह कर लिया. समाज की विडंबना है कि आज हमें बताना पड़ रहा है कि हम ने प्रेम विवाह कर लिया है.
शिव शक्ति के खिलाफ वैशाली में एफआईआर दर्ज हुई है. इसमें उनके जीजा, मां और पुणे में कार्यरत भाई के अलावा एक अन्य का नाम दर्ज है. इसके माध्यम से हम दोनों के जीवन को और शिव शक्ति के काम को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया गया है. हमारे परिवार से अपील है कि मैं शिव शक्ति को 10 साल से जानती हूं, लेकिन परिवार को 24 सालों से जान रही हूं. आग्रह है कि हमारे परिवार के लोग किताब में पढ़ी चीज को जीवन में शामिल करें. हमारे रिश्ते को स्वीकार करें.