बेरोजगारों को विदेशों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर पंजाब के बंटी-बबली 12 लाख रुपये ठग कर फरार हो गए।आरोपितों ने महिला प्रोफेसर को अधिकृत प्रतिनिधि बनाया और उसके जरिए 18 आवेदकों से रुपये व दस्तावेज एकत्र करवाए। अपराध शाखा ने जांच कर एफआइआर दर्ज कर ली है।
एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक महालक्ष्मीनगर निवासी नेहा शर्मा (प्रोफेसर) द्वारा शिकायत दर्ज करवाई है। नेहा ने पुलिस को बताया कि आरोपित अनुज शर्मा उर्फ नीरज कुमार निवासी धोबियाना रोड़ भटिंडा (पंजाब) और सिमरन वर्मा उर्फ वंदना पूरी निवासी प्रिज्मा नागला रोड़ गार्डन सिटी जिराकपुर शाहिबजादा अजीतसिंह नगर पंजाब से वर्ष 2019 में परिचित के माध्यम से परिचय हुआ था। आरोपित सिमरन ने नेहा को बताया वह इन्फिनिटी ग्रो सोल्यूशन की अधिकारी है और उसका कार्यालय चंडीगढ़ (अंबाला हाईवे) पर है।
Indore Crime: विदेश में नौकरी का झांसा देकर 18 आवेदकों से ठगे 12 लाख रुपये, जांच में जुटी पुलिस
आरोपित महिला ने नेहा को बताया कंपनी देश-विदेश में नौकरी दिलवाने का कार्य करती है। उसने नेहा को अधिकृत प्रतिनिधि नियुक्त किया और कहा कि 12 प्रतिशत कमीशन मिलेगा। नेहा ने करीब विदेशों में नौकरी के इच्छुक 18 लोगों की मार्कशीट,पासपोर्ट, आईडी कार्ड और रुपये लेकर आरोपित नीरज को दे दिए।
HIGHLIGHTS
- नौकरी को लेकर हुआ फर्जीवाड़ा
- प्रोफेसर की शिकायत पर अपराध शाखा ने एफआईआर दर्ज की है
- अपराध शाखा ने जांच कर एफआइआर दर्ज कर ली है
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। बेरोजगारों को विदेशों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर पंजाब के बंटी-बबली 12 लाख रुपये ठग कर फरार हो गए।आरोपितों ने महिला प्रोफेसर को अधिकृत प्रतिनिधि बनाया और उसके जरिए 18 आवेदकों से रुपये व दस्तावेज एकत्र करवाए। अपराध शाखा ने जांच कर एफआइआर दर्ज कर ली है।
एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक महालक्ष्मीनगर निवासी नेहा शर्मा (प्रोफेसर) द्वारा शिकायत दर्ज करवाई है। नेहा ने पुलिस को बताया कि आरोपित अनुज शर्मा उर्फ नीरज कुमार निवासी धोबियाना रोड़ भटिंडा (पंजाब) और सिमरन वर्मा उर्फ वंदना पूरी निवासी प्रिज्मा नागला रोड़ गार्डन सिटी जिराकपुर शाहिबजादा अजीतसिंह नगर पंजाब से वर्ष 2019 में परिचित के माध्यम से परिचय हुआ था। आरोपित सिमरन ने नेहा को बताया वह इन्फिनिटी ग्रो सोल्यूशन की अधिकारी है और उसका कार्यालय चंडीगढ़ (अंबाला हाईवे) पर है।
आरोपित महिला ने नेहा को बताया कंपनी देश-विदेश में नौकरी दिलवाने का कार्य करती है। उसने नेहा को अधिकृत प्रतिनिधि नियुक्त किया और कहा कि 12 प्रतिशत कमीशन मिलेगा। नेहा ने करीब विदेशों में नौकरी के इच्छुक 18 लोगों की मार्कशीट,पासपोर्ट, आईडी कार्ड और रुपये लेकर आरोपित नीरज को दे दिए। नीरज उससे मिलने इंदौर आया और कंपनी की योजनाएं व कार्य प्रणाली की जानकारी दी।रुपये लेने के बाद आरोपितों ने कहा कि आवेदकों के दस्तावेज और नियुक्ति प्रमाण घर भिजवा दिए जाएंगे। फरवरी 2020 में फोन न उठाने पर नेहा को शक हुआ और वह फ्लाइट से उनके ऑफिस पहुंची। गार्ड ने बताया आफिस दो दिन पूर्व ही खाली हुआ है। आरोपित फोन बंद कर फरार हो गए। कोविड व लॉकडाउन में भी आरोपितों को ढूंढा गया। जानकारी न मिलने पर पुलिस आयुक्त को शिकायत कर अपराध शाखा में केस दर्ज करवाया।