
लोकायुक्त से मिली जानकारी के अनुसार 24 मई को आवेदक राहुल जैन ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त को लिखित शिकायत दी थी। जिसमें उन्होंने बताया कि अयोध्या नगर फेस-5 में प्लांट आवंटित हुआ है। उस प्लाट की रजिस्ट्री करने के एवज में संपदा प्रबंधक निर्मला निकोसे एवं लिपिक रजत पवार ने चार हजार की मांग की जा रही है।
लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत सत्यापन कराए जाने पर आरोपियों ने आवेदक के निवेदन पर मांगी गई राशि कम करके तीन हजार की पुनः मांग की। जिस पर रिश्वत राशि की मांग स्पष्ट होने से धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम एवं धारा 120 बी भारतीय दंड विधान के अंतर्गत प्रकरण रजिस्ट्रर किया किया। लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक मनु व्यास के मार्गदर्शन में आरोपी निर्मला निकोसे संपदा प्रबंधक एवं रजत पवार लिपिक को रंगे हाथों रिश्वत ग्रहण करते हुए पकड़ा गया ट्रैप कार्रवाई जारी है। ट्रैप टीम में संजय शुक्ला उप पुलिस अधीक्षक ट्रैपकर्ता अधिकारी , निरीक्षक श्रीमती रजनी तिवारी, निरीक्षक श्रीमती उमा कुशवाहा, प्रधान आरक्षक राजेंद्र पावन, आरक्षक अवध वाथवी एवं आरक्षक संदीप कुशवाह शामिल हैं