साथ ही 2000 रुपये के नोट को वापस लेने के फ़ैसले पर आरबीआई की दलील और मॉनसून को लेकर मौसम विभाग के पूर्वानुमान को लेकर ख़बरें भी कई अख़बारों में हैं.
आज के प्रेस रिव्यू की शुरुआत करते हैं आगामी जनगणना के फॉर्म की ख़बर से. जनगणना में लोगों से क्या कुछ नए सवाल पूछे जा सकते हैं इसके बारे में द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस में ख़बर प्रकाशित की गई है.
परिवार में पानी का मूल स्रोत बोतलबंद पानी है या कुछ और, साथ ही स्थानांतरण की वजहों में शिक्षा, शादी, काम और व्यापार के साथ अब एक ऑप्शन ‘प्राकृतिक आपदा’ की भी जोड़ा गया है. इस बार के सवालों में आपके किचन में एलपीजी सिलेंडर है या पाइप्ड नैचुरल गैस है, आपके घर में कितने फ़ोन और कितने फ़ोन कनेक्शन हैं, घर में मुख्य खाने में कौन-सा अनाज शामिल है… जैसे सवाल भी शामिल किए गए हैं.
अख़बार लिखता है कि भारत सरकार 2021 में जनगणना कराने वाली थी लेकिन कोविड महामारी के कारण इसे अनिश्चित वक्त के लिए टाल दिया गया था.
बीते सोमवार, जनगणना दफ्तर अपनी स्थापना की 150वीं वर्षगांठ मना रहा था. इस मौक़े पर एक नया प्रकाशन जारी किया गया है जिसमें बीते चार दशकों में हुई जनगणना की तैयारियों बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
इसमें एक चैप्टर 2021 की जनगणना (जो नहीं कराई जा सकी) की तैयारियों के बारे में भी है, जिसमें बताया गया है कि इसके ज़रिए किस-किस तरह की अतिरिक्त जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही थी.