वर्तमान में किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में मौसम शुष्क बना हुआ है। आसमान साफ रहने के साथ ही सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ने के कारण गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार को सुबह से ही सूरज ने तमतमाना शुरू कर दिया है। हालात यह हैं कि राजधानी भोपाल सहित मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में सुबह 11:30 बजे तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर चला गया है। रविवार इस सीजन का सबसे गर्म दिन में शुमार हो सकता है। विशेषकर सागर, ग्वालियर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कई जिलों में लू चल सकती है। उधर शाम के समय भोपाल, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं आंधी चलने के साथ वर्षा भी हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में सिर्फ विदर्भ से लेकर तमिलनाडु तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। हालांकि इस मौसम प्रणाली का मध्य प्रदेश के मौसम पर विशेष प्रभाव नहीं पड़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने के कारण प्रदेश के अधिकतर जिलों में मौसम शुष्क बना हुआ है। सूर्य की सीधी किरणें पृथ्वी पर पड़ने के कारण गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। रविवार को सुबह से ही तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस वजह से राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। सागर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं लू भी चल सकती है। उधर वातावरण में कुछ नमी रहने के कारण भोपाल एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं शाम के समय गरज-चमक के साथ वर्षा भी हो सकती है।