पढ़ने के डर से घर छोड़कर गई किशोरी सात साल बाद अब स्वजन के पास लौट आई है। मूंदी पुलिस ने किशोरी को तलाशकर उसके माता-पिता के हवाले किया है। पुलिस ने मुंबई के बदलापुर में उसे ढूंढ निकाला। वह 15 वर्ष की उम्र में घर से गई थी। 22 वर्ष की होने पर घर लौटी है। मूंदी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पूरनी निवासी 15 वर्षीय किशोरी सितंबर 2015 को घर छोड़कर चली गई थी। किशोरी के जाने के बाद दर्ज कराया था अपरहण का केस
इस पूरे मामले को लेकर मूंदी टीआइ केडी तिवारी ने बताया कि किशोरी कक्षा आठवीं तक पढ़ी है। स्वजन उसे आगे और पढ़ाना चाहते थे, लेकिन उसका पढ़ने में मन नहीं था। इसके चलते वह घर छोड़कर चली गई थी। वह जब घर से गई थी तो उसकी उम्र 15 वर्ष की। परिवार ने उसके अपहरण का केस दर्ज करवाया था।
किशोरी पूरनी से बस में बैठकर वह खंडवा आई और यहां से ट्रेन में बैठकर मुंबई के कल्याण स्टेशन पर उतरी। यहां उतरने के बाद वह डर की वजह से रोने लगी। उसे रोता देख एक महिला उसके पास आइ। उसने किशोरी से स्वजन के बारे में पूछा तो उसने कुछ नहीं बताया। इसके बाद महिला उसे अपने साथ बदलापुर अपने घर ले गई।
शादी भी कर ली
महिला उसे अपनी बेटी की तरह रखती थी। इस बीच किशोरी कपड़े की एक दुकान में काम करने लगी। यहां उसकी मुलाकात एक युवक से हुई। 18 वर्ष पूर्ण होने पर उसने युवक के साथ शादी कर ली। कुछ समय बाद दोनों में झगड़ा हो गया और युवक उसे छोड़कर चला गया। इसके बाद से वह महिला के साथ रह रही थी।
साइबर सेल ने किया नंबर ट्रेस
उसने कुछ दिन पहले अपने माता-पिता को फोन कर बताया कि वह मुंबई में है। स्वजन ने उसके बारे में मूंदी पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने साइबर सेल की मदद से युवती का नंबर ट्रेस किया। इसके बाद गुरुवार को मूंदी पुलिस की टीम मुंबई पहुंची। शुक्रवार को बदलापुर से लड़की को अपने साथ लेकर मूंदी आ गई। यहां उसे स्वजन के हवाले किया गया है।