मुंबई. पिछले हफ्ते पनवेल रेलवे स्टेशन के बाहर एक 29 वर्षीय डिजिटल मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव की हत्या के आरोप में एक निजी ट्यूटोरियल सेंटर की 24 वर्षीय शिक्षिका निकिता मटकर को सोमवार को गिरफ्तार किया गया. पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को उसके कंप्यूटर हिस्ट्री और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए छह लोगों से पूछताछ का हवाला देते हुए कहा कि कथित तौर पर लगभग दो महीने से निकिता इंटरनेट पर कॉन्ट्रैक्ट किलर की तलाश कर रही थी.
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रियंका रावत को मारने के लिए 3 लाख रुपए पर किराए पर लिए गए तीन लोगों के ग्रुप ने पिछले गुरुवार (15 सितंबर) को रात करीब 10 बजे पनवेल रेलवे स्टेशन के बाहर उसका गला काट दिया, प्रियंका उस समय घर जा रही थी. मामले में गिरफ्तार किए गए छह लोगों में निकिता मटकर पहली थी. गिरफ्तार हुए अन्य लोगों में प्रियंका का पति देवव्रतसिंह रावत जो निकिता के साथ रिश्ते में था. प्रवीण घडगे जो मानखुर्द में निजी ट्यूटोरियल चलाता है, जहां नितिका काम करती थी. इसके अलावा तीन लोगों को प्रियंका को मारने के लिए काम पर रखा गया था, जिसमें पंकज नरेंद्र कुमार यादव, दीपक दिनकर चोखंडे और रावत राजू सोनोन शामिल है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि निकिता मटकर कथित तौर पर इंटरनेट पर लगभग दो महीने से कॉन्ट्रैक्ट किलर की तलाश कर रही थी. जब उसे Google पर खोजने के बाद कोई नहीं मिला तो वह फेसबुक पर चली गई. अंततः उसे एक ग्रुप मिला, जिसमें ग्रुप का कॉन्टैक्ट डिटेल्स भी थे. निकिता ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि उसने नहीं सोचा था कि वह पकड़ी जाएगी. उसने Google पर हिस्ट्री डिलीट करने का सोचा भी नहीं.बता दें कि निकिता मटकर इसी साल देवव्रत सिंह रावत के साथ रिलेशनशिप में आई थी. वे एक-दूसरे को 2020 से जानते थे, जब निकिता ने कार्यालय सहायक के रूप में देवव्रत के ई-कॉमर्स कार्यालय में कुछ समय के लिए काम किया था. अगस्त में दोनों ने एक मंदिर में शादी भी की थी.