कोरोना संक्रमण का दंश झेल रहे शहरवासियों के लिए राहत की खबर है कि संक्रमण की गंभीरता सतत कम हो रही है। किसी समय संक्रमण दर 20 प्रतिशत से ऊपर चल रही थी लेकिन पिछले कई दिनों से यह दो-तीन प्रतिशत के आसपास बनी हुई है। बुधवार को तो यह डेढ प्रतिशत से भी कम रही। इस दिन इंदौर में जांचे गए 324 सैंपलों में से सिर्फ चार में संक्रमण की पुष्टि हुई है। यानी संक्रमण दर 1.23 प्रतिशत रही है। संक्रमण की दर कम होने का फायदा यह भी हो रहा है कि शहर में उपचाररत मरीजों की संख्या तेजी से कम हुई है। वर्तमान में सिर्फ 38 कोरोना संक्रमित हैं जिनका इलाज चल रहा है। इनमें से भी ज्यादातर की हालत सामान्य है। उनमें कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं।
संक्रमण कम होने की एक बड़ी वजह लगातार चलाया जा रहा टीकाकरण महाअभियान भी है। 27 जुलाई से शुरू हुए इस टीकाकरण महाअभियान का अंतिम चरण 28 सितंबर को है। जिले में अब भी 24 लाख लोग हैं जिन्होंने पात्र होने के बावजूद अब तक सतर्कता डोज नहीं लगवाया है। स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शासन ने 75 दिन के टीकाकरण महाअभियान की घोषणा की थी। इसके तहत सभी वयस्कों को कोरोना का सतर्कता डोज निश्शुल्क लगाया जा रहा है।महाअभियान के पहले आम लोगों को सतर्कता डोज के लिए 386 रुपये देना पड़ रहे थे। महाअभियान के बाद सतर्कता डोज निश्शुल्क रहेगा या नहीं यह अब तक स्पष्ट नहीं है। इस संबंध में दिशा निर्देश भी जारी नहीं हुए हैं। ऐसी स्थिति में आशंका जताई जा रही है कि महाअभियान के बाद एक बार फिर आम लोगों को सतर्कता डोज के लिए मोटी रकम खर्च करना होगी।