इंदौर में एक अजीब चोर पुलिस गिरफ्त में आया। वह चोरी के एक मामले में कोर्ट में पेश होने के लिए आया था। वकील की फीस के रुपये नहीं थे तो बाइक चुरा ली और कबाड़ी को सौदा कर दिया। इसी दौरान चेकिंग में पुलिस ने पकड़ लिया।
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपराध से बचने के लिए भी अपराध का ही सहारा लेते हैं। ऐसे ही एक चोर को पुलिस ने पकड़ा है जो चोरी के मामले में पेश होने के लिए कोर्ट आया लेकिन वकील की फीस देने के पैसे नहीं थे तो बाइक चुरा ली। पुलिस की चेकिंग में पकड़ा गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी का नाम धर्मेन्द्र पिता लक्ष्मीनारायण नामदेव (42) है। वह भोपाल के पास मंडीदीप इलाके का रहने वाला है। आरोपी से पुलिस ने तीन गाड़ियां बरामद की है। आरोपी पर भोपाल के थानों में चोरी के कई मामले दर्ज हैं। वह एक थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी है। इंदौर में एक चोरी के प्रकरण में वह इंदौर पेशी पर आया था। यहां वकील को देने के लिए रुपये नहीं थे। इसके चलते बाइक चुरा ली। पुलिस के अनुसार धर्मेन्द्र करीब एक सप्ताह पहले इंदौर आया था। उस पर इंदौर में भी तीन से चार अपराध है। यहां कोर्ट पेशी में उसके पास वकील को देने के लिए रुपये नहीं थे। उसने वकील से वादा किया कि वह बिना रुपये दिए इंदौर से नहीं जाएगा। इसके बाद उसने एक के बाद एक सदर बाजार, जूनी इंदौर और एरोड्रम से बाइक चुरा ली। इंदौर के दो कबाड़ियों से उसका सौदा भी कर लिया। उसे लगा था कि रुपये आ जाएंगे तो वकील को दे देगा, लेकिन रात में पुलिस की चेकिंग में पकड़ा गया। धर्मेन्द्र पुराना नकबजन है। उस पर इंदौर, भोपाल और रायसेन में अपराध दर्ज हैं। छोटा बांगड़दा इलाके में चेकिंग पाइंट पर हेड कांस्टेबल मनोज चौहान ड्यूटी कर रहे थे। जहां धर्मेन्द्र रास्ते से गाड़ी पलटा कर भाग रहा था। बाइक से पीछा कर हेड कांस्टेबल मनोज ने उसे पकड़ा। इस पर धर्मेन्द्र बाइक छोड़कर भागने लगा। उसे थाने लाकर पूछताछ की तो चोरी की पूरी कहानी सामने आई। पुलिस उससे चोरी के अन्य मामलों को लेकर पूछताछ कर रही है।