मध्य प्रदेश में शराब सस्ती होने के बाद भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का अजीबोगरीब बयान सामने है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि आयुर्वेद में शराब का सीमित मात्रा में सेवन औषधि के समान होता है। यानी कि लिमिट में शराब पीना दवाई के समान है। वहीं, असमीति मात्रा में शराब का सेवन जहर के समान है।
मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने प्रदेश में नई आबकारी नीति पेश की है जो 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएगी। इसके तहत प्रदेश में शराब की कीमतें घट जाएंगी। इस मामले में जब संवाददातों ने सांसद साध्वी प्रज्ञा से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने अजीबोगरीब बयान दे डाला। उन्होंने पहले तो शराबबंदी लागू करने की मांग उठा दी। फिर कहा कि शराब सस्ती हो या महंगी, उसकी एक सीमित मात्रा होनी चाहिए।अपने बयान में साध्वी कह रही हैं कि सीमित्र मात्रा में शराब औषधि के समान होती है और असीमित मात्रा में जहर के समान। इसे सबको सुनना चाहिए। शराब के अधिक सेवन से जो नुकसान होते हैं, उन्हें समझकर शराब पीना बंद करना चाहिए।
एक ही दुकान में देसी और विदेशी शराब
गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट ने मंगलवार को नई आबकारी नीति को मंजूरी दी। इसके तहत विदेशी शराब पर 10 से 13 फीसदी तक एक्साइज ड्यूटी कम कर दी गई है। हालांकि, सरकार ने एक भी नया ठेका खोलने की अनुमति नहीं दी है। लेकिन अब एक ही दुकान में देसी और अंग्रेजी, दोनों तरह की शराब बिक सकेगी।