प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलान किया है कि 15 साल से 18 साल की उम्र के बच्चों को भी अब वैक्सीन दी जाएगी. बच्चों को ये वैक्सीन नए साल में तीन जनवरी से मिलनी शुरू हो जाएगी.
इसके अलावा उन्होंने हेल्थ केयर वर्कर्स और 60 साल की ऊपर की उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज़ का भी एलान किया है.
पीएम मोदी के भाषण की ख़ास बातें
उन्होंने शनिवार को रात के पौने दस बजे राष्ट्र के नाम संबोधित में कहा, “भारत में भी कई लोगों के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने का पता चला है. मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि पैनिक नहीं करें सावधान और सतर्क रहें.”
“मास्क और हाथों को थोड़ी-थोड़ी देर पर धुलना, इन बातों को याद रखें. कोरोना वैश्विक महामारी से लड़ाई का अब तक का अनुभव यही बताता है कि व्यक्तिगत स्तर पर सभी दिशानिर्देशों का पालन, कोरोना से मुकाबले का बहुत बड़ा हथियार है और दूसरा हथियार है वैक्सिनेशन.”
भारत ने इस साल 16 जनवरी से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया था. ये देश के सभी नागरिकों का सामूहिक प्रयास और सामूहिक इच्छाशक्ति है कि आज भारत 141 करोड़ वैक्सीन डोज के अभूतपूर्व और बहुत मुश्किल लक्ष्य को पार कर चुका है.”
आज भारत की वयस्क जनसंख्या में से 61 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है. इसी तरह, वयस्क जनसंख्या में से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है.”
“15 साल से 18 साल की आयु के बीच के जो बच्चे हैं, अब उनके लिए देश में वैक्सीनेशन प्रारंभ होगा. 2022 में, 3 जनवरी को, सोमवार के दिन से इसकी शुरुआत की जाएगी.”
“हम सबका अनुभव है कि जो कॉरोना वॉरियर्स हैं, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, इस लड़ाई में देश को सुरक्षित रखने में उनका बहुत बड़ा योगदान है. वो आज भी कोरोना के मरीजों की सेवा में अपना बहुत समय बिताते हैं.”
“इसलिए एहतियात की दृष्टि से सरकार ने निर्णय लिया है कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज़ भी प्रारंभ की जाएगी. इसकी शुरुआत 2022 में, 10 जनवरी, सोमवार के दिन से की जाएगी.”
“60 वर्ष से ऊपर की आयु के कॉ-मॉरबिडिटी वाले नागरिकों को, उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज़ का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा. ये भी 10 जनवरी से उपलब्ध होगा.”