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- Lady Singham Shraddha Pandre Was Attacked 11 Times In Three Months, Continued To Act Against The Mining Mafia, Spoke To The Media, If The Transfer Does Not Happen, Then Action Will Be Taken Directly At The Rajghat Of Chambal
मुरैना11 घंटे पहलेलेखक: रतन मिश्रा
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श्रद्धा के एक्शन ने चंबल पुलिस की माफिया से मिलीभगत भी उजागर कर दी।
चंबल के मुरैना में रेत माफिया से सीधे टकराने वाली वन विभाग SDO श्रद्धा पंढ़ारे काे सरकार ने 3 महीने में ही हटा दिया। लेडी सिंघम के नाम से मशहूर श्रद्धा ने चंबल में अवैध रेत खनन पर कार्रवाई की तो बौखलाए माफिया ने 3 महीने में 11 हमले करवाए। औसतन हर आठ दिन में एक। श्रद्धा के एक्शन ने चंबल पुलिस की माफिया से मिलीभगत भी उजागर कर दी। सबकी आंखों में खटकने वाली पंढ़ारे ने बांधवगढ़ रिजर्व पार्क तबादला होने पर कहा ‘सरकार हमें काम करने का मौका ही कहां देती है। अगर मेरा ट्रांसफर नहीं होता तो राजघाट पर सीधे कार्रवाई करती। राजघाट चंबल नदी के किनारे हैं, जहां से माफिया रेत निकालता है।’
पांच साल के बेटे की मां हैं SDO श्रद्धा पंढ़ारे
आदिवासी परिवार की 36 साल की श्रद्धा नक्सल प्रभावित बालाघाट के बैहर तहसील के बिला टोला गांव की रहने वाली हैं। शुरुआती पढ़ाई छिंदवाड़ा के सरकारी कन्या स्कूल में हुई। यहां वह आदिवासी हॉस्टल में ही रहीं। बालाघाट के जटाशंकर कॉलेज से B.Sc. किया। 2009 में MPPSC में चयन हो गया। 2010-12 में फॉरेस्ट एकेडमी देहरादून में ट्रेनिंग ली। उनका 5 साल का एक बेटा है।
बैतूल में सागौन की कटाई रोकी तो सागर तबादला हुआ
रेंजर की ट्रेनिंग के दौरान उन्हें बैतूल के चिचौली में तैनाती मिली। सागौन की लकड़ी की अवैध कटाई रोकने लगीं तो यहां जंगल माफिया ने सागर ट्रांसफर करा दिया। सागर से फिर बैतूल ट्रांसफर किया गया। बैतूल से उमरिया और उमरिया से मुरैना ट्रांसफर किया गया। सबसे छोटा कार्यकाल मुरैना का रहा।
तीन माह में पकड़े 80 वाहन
श्रद्धा मुरैना में 12 अप्रैल 2021 को चंबल सेंक्चुरी के सुप्रिटेंडेंट बनीं। इसके बाद उन्होंने ताबड़तोड़ रेत और पत्थर माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की। रेत और अवैध लकड़ी से भरे 66 ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़ी। एक JCB, 5 ट्रक, एक पिकअप, 5 बाइक और एक स्कॉर्पियो माफियाओं के जब्त कर लिए। इस कार्रवाई में 20 आरोपियों को भी जेल भेजा।
3 माह में 11 बार हुआ हमला, चार में ही FIR दर्ज
पहला- 24 अप्रैल 2021 को मुरैना शहर स्थित सोलंकी पेट्रोल पंप पर। फायरिंग की गई थी। सिविल लाइन थाने में FIR दर्ज।
दूसरा- 5 मई 2021 को वन डिपो नाका पर। सिविल लाइन थाने में आरोपी के खिलाफ केस।
तीसरा- 22 मई 2021 को मुरैना शहर में ही उनको ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की गई। यह घटना आमपुरा क्षेत्र की है। इसकी कोतवाली थाने में रिपोर्ट की लेकिन FIR दर्ज नहीं की गई।
चौथा- 24 मई 2021 को पहली बार अवैध रेत से भरा मिनी ट्रक जब्त किया था। इसी दिन उनके ऊपर देवरी घड़ियाल केन्द्र पर फायरिंग की गई थी। इसकी रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में की। पुलिस ने FIR दर्ज की थी।
पांचवां- 2 जून 2021 को उनके ऊपर एमएस रोड पर हमला किया गया था। इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की गई, लेकिन FIR दर्ज नहीं की।
छठवां- 3 जून 2021 को चिन्नौनी गांव में हमला किया गया। ग्रामीणों ने घेर कर उन पर फायरिंग की थी, लेकिन वह बच निकली। इसकी शिकायत चिन्नौनी थाने में की गई थी।
सातवां- 8 जून 2021 को जौरा में वन अमले पर फायरिंग की गई थी। जिसमें वह बाल-बाल बचीं।
आठवां- 9 जून 2021 को देवगढ़ थाने के पठानपुरा गांव में लाठी, डंडा व बंदूक से हमला किया गया था। यह जौरा क्षेत्र में आता है। पुलिस ने FIR दर्ज की थी।
नौवां- 24 जून 2021 को मुरैना शहर में ही ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक ने फावड़ा से हमला किया था। इस हमले में वह बाल-बाल बची थीं।
दसवां- 6 जुलाई 2021 को देवरी क्षेत्र में उनके ऊपर फायरिंग की गई थी।
ग्यारहवां- 7 जुलाई 2021 को किशनपुरा में फायरिंग की थी। खेत में छिपे लोगों ने बंदूक से वन अमले पर फायरिंग की थी। इसकी रिपोर्ट स्टेशन रोड थाने में की गई।
पठानपुरा गांव में श्रद्धा पांढ़रे पर हमला करते माफिया के लोग।
सरकार ने मौका नहीं दिया
ट्रांसफर से बिल्कुल खुश नहीं हूं। सरकार ने काम करने का मौका ही कहां दिया है। मौका मिलता तो अवैध रेत और पत्थर माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करती। अगला टारगेट चंबल का राजघाट था, जहां से सीधे रेत माफिया खनन करते हैं।
-श्रद्धा पंढ़ारे, एसडीओ, वन विभाग चंबल