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- EURO Cup Final : Demand For Italy Vs England Final Tickets Sky high, One Seat Cost 56 Lakhs In Black Market
लंदन4 घंटे पहले
करीब 29 दिन और 46 मैच के बाद यूरो कप फुटबॉल टूर्नामेंट अपने अंजाम तक पहुंचने वाला है। टूर्नामेंट को 2 फाइनलिस्ट टीमें इटली और इंग्लैंड के रूप में मिल चुकी हैं। दोनों के बीच 11 जुलाई को लंदन के वेम्बली में फाइनल खेला जाएगा। इटली और इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचने पर उनके फैंस ने जिस प्रकार जश्न मनाया, ऐसे में दोनों ही देशों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा बढ़ गया है।
इसके साथ ही फाइनल मैच को लेकर टिकट के दाम आसमान छू रहे हैं। UEFA की ऑफिशियल साइट पर सोल्ड आउट होने के बाद टिकटें अब ब्लैक में बिक रही हैं। एक सीट की कीमत लगभग 56 लाख रुपए है, जबकि ऑफिशियल साइट पर दाम 83 हजार रुपए था। फाइनल में 90 हजार दर्शकों के वेम्बली पहुंचने की संभावना है।
इंग्लिश टीम पहली बार यूरो कप के फाइनल में
इंग्लैंड के फैंस इस मैच को मिस नहीं करना चाहते। 60 साल के टूर्नामेंट इतिहास में उनकी टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है। इससे पहले उनका बेस्ट परफॉर्मेंस 1968 में थर्ड पोजिशन रहा था। वहीं, 1996 के बाद टीम पहली बार किसी मेजर टूर्नामेंट (वर्ल्ड कप/यूरो कप) के फाइनल में पहुंची है। ऐसे में फैंस को उम्मीद है कि इंग्लैंड की टीम इस बार ट्रॉफी घर लाएगी। वहीं, इटली की टीम 1968 में टूर्नामेंट जीत चुकी है जबकि 2000 और 2012 में रनर अप रही थी।
ऑफिशियल साइट पर टिकटें बिक चुकीं
UEFA की ऑनलाइन साइट पर फाइनल मैच के लिए सारी टिकटें बिक चुकी हैं। सबसे महंगा टिकट 83,600 रुपए का रहा। वहीं, सबसे सस्ती सीट फैंस फर्स्ट स्कीम के तहत 8,403 रुपए की रही।
दूसरे साइट से टिकट खरीदने पर प्रतिबंध
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, इंग्लिश फैंस इस मैच के लिए मन मुताबिक दाम देने को तैयार हैं। UEFA ने पहले ही किसी दूसरी साइट से टिकट खरीदने पर प्रतिबंध लगा रखा है। उन्होंने कहा है कि दूसरे वेबसाइट से टिकट खरीदने वालों को स्टेडियम में एंट्री नहीं दी जाएगी।
फाइनल में पहुंचने के बाद जश्न मनाते इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन, फिल फोडेन और हेंडरसन।
फाइनल में पैक रह सकता है वेम्बली स्टेडियम
वेम्बली में 90 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है। फाइनल मैच में स्टेडियम फुल रहने की संभावना है। हालांकि, ब्रिटिश गवर्नमेंट ने टूर्नामेंट ऑर्गेनाइजर्स को 90 हजार से कम दर्शकों को परमिशन देने को कहा है। हालांकि, फैंस के इंटरेस्ट को देखते हुए इसे 90 हजार तक बढ़ाया जा सकता है।
65 हजार लोग सेमीफाइनल मैच देखने पहुंचे थे
90 हजार दर्शकों की क्षमता वाले वेम्बली स्टेडियम में कोरोना प्रतिबंधों के चलते 60 हजार दर्शकों के बैठने का ही इंतजाम किया गया था। इंग्लैंड ने जैसे ही यूक्रेन के खिलाफ जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई, स्टेडियम के टिकेट महंगे हो गए। इसके साथ ही वेम्बली में टूर्नामेंट के दौरान दर्शकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई।
यह तस्वीर 1996 यूरो कप की है। स्टेडियम में 90 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है।
यह तस्वीर इस साल के यूरो कप की है। इंग्लैंड और डेनमार्क के सेमीफाइनल में 65 हजार दर्शक स्टेडियम पहुंचे थे।
ग्रुप स्टेज के दौरान इस स्टेडियम में 22,500 फैंस पहुंच रहे थे। राउंड ऑफ-16 में यह संख्या बढ़कर 45 हजार हो गई थी। इंग्लैंड और डेनमार्क के बीच हुए सेमीफाइनल में करीब 65 हजार लोग स्टेडियम पहुंचे थे। कुछ फैंस को अवैध रूप से एंट्री मिली थी। क्वार्टरफाइनल तक कम फैंस की वजह से टिकट ऑफिशियल साइट पर आसानी से मिल गए। पर सेमीफाइनल से टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग की शुरुआत हुई।
सेमीफाइनल के बाद कोरोना नियमों की उड़ी धज्जियां
सेमीफाइनल में इंग्लैंड की जीत के बाद हजारों लोग सड़क पर उतरकर जश्न मनाते देखे गए। जश्न में डूबे फैंस कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाईं। भीड़ में शामिल कई लोगों के चेहरों से मास्क नदारद थे। सड़कों पर पैर रखने की भी जगह नहीं थी।
यूरो कप सेमीफाइनल देखने के लिए लंदन की सड़कों पर जमा लोग। फैंस कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाते देखे गए।
इंग्लैंड की जीत के बाद इंग्लिश फैंस ने कुछ इस प्रकार रोड पर जश्न मनाया।
डेनमार्क पर इंग्लैंड की जीत के बाद फैंस के लिए भावनाओं पर काबू पाना मुश्किल हो गया और उन्होंने कोरोना नियमों को ताक पर रख दिया।
बीते हफ्ते में कोरोना के 43% मामले बढ़े
यूरो कप के दौरान यूरोप में कोरोना के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई। यह टूर्नामेंट 11 देशों में खेला जा रहा है। पिछले 1 हफ्ते में यहां कोरोना के 43% मामले बढ़ चुके हैं। अगर इंग्लैंड की बात करें तो यहां हर रोज औसतन 27 हजार केस सामने आ रहे हैं। यह जून के मुकाबले 4 गुना है।