April 23, 2024 : 11:30 PM
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पहले पटखनी दी फिर पैर छूकर आशीर्वाद लिया: पंजाब के पहलवान संदीप सिंह मान ने एशियन ट्रायल में नरसिंह यादव और अमित धनखड़ को हराया

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Hindi NewsSportsWrestling Asian Qualifiers Trial Defeated Narisingh And Amit Dhankad In Asian Qualifying Trials: Coach Says Sandeep Aims To Win Olympic Medal From The Age Of 13

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नई दिल्ली21 मिनट पहलेलेखक: राजकिशोर

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भारतीय पहलवान दांव-पेंच और प्रोफेशनलिज्म के मामले में काफी आधुनिक हैं और दुनिया के दिग्गज पहलवानों को चुनौती देते हैं। इसके बावजूद देश की कुश्ती में आज भी भारत की संस्कृति और संस्कारों का पालन किया जाता है। इसका एक नजारा मंगलवार को एशियन चैम्पियनशिप के लिए हुए ट्रायल में दिखा।

74 किलोग्राम वेट कैटेगरी में 23 साल के युवा पहलवान संदीप सिंह मान ने सेमीफाइनल में रियो ओलिंपिक का कोटा हासिल करने वाले दिग्गज नरसिंद यादव को हराया। इसके बाद फाइनलमें अमित धनखड़ को मात दी। सेमीफाइनल में संदीप ने नरसिंह को हरा जरूर दिया लेकिन मुकाबले के तुरंत बाद उन्होंने नरसिंह के पैर छुए और एशियन इवेंट में अच्छे प्रदर्शन के लिए आशीर्वाद लिया।

सुशील कुमार ने नाम वापस ले लिया थादो बार के ओलिंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार भी इसी वेट कैटेगरी के पहलवान हैं। हालांकि, उन्होंने मुकाबले से एक दिन पहले नाम वापस ले लिया था। माना जा रहा था कि इससे नरसिंह और अमित की राह आसान होगी, लेकिन पंजाब के युवा पहलवान ने सबको पटखनी देते हुए एशियन इवेंट का टिकट कटा लिया।

13 साल की उम्र से बना रखा है ओलिंपिक मेडल का लक्ष्यसंदीप के कोच सुखमिंदर सिंह ने बताया कि 13 साल की उम्र से ही संदीप का लक्ष्य ओलिंपिक में मेडल जीतना रहा है। उन्होंने कहा, ‘संदीप को उसके चाचा मेरे पास लेकर आए थे। जब मैने संदीप से पूछा कि कुश्ती क्यों करना चाहते हो, तो उसका जवाब था कि ओलिंपिक में मेडल जीतना है। फिर मैंने भी ठान लिया कि इस बच्चे को ओलिंपिक के स्तर के लिए तैयार करना है। हालांकि कुश्ती में UP और हरियाणा के पहलवानों का दबदबा रहता है। ऐसे में हमें काफी चुनौती का भी सामना करना पड़ा। संदीप ने कड़ी मेहनत की है और आने वाले समय में इस वेट कैटेगरी में सुशील के बाद ओलिंपिक मेडल जीतने वाले पहलवान बनेंगे। पूरी उम्मीद है कि वे एशियन क्वॉलिफायर में टोक्यो के लिए कोटा हासिल करेंगे।’

संदीप बोले-ट्रायल में नंबर-1 आना ही लक्ष्य थासंदीप ने बताया कि 74 किलो वेट में काफी फाइट रहती है। उन्होंने कहा, ‘मुझे पता था कि इस वेट कैटेगरी में ओलिंपिक मेडल जीत चुके और ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाई कर चुके पहलवान शामिल हैं। ऐसे में इनको बिना हराए मैं आगे नहीं बढ़ सकता हूं। इसलिए मैने काफी कड़ी मेहनत की। मैने सभी सीनियर पहलवानों की पुराने मैचों की वीडियो देखी। उनके मजबूत और कमजोर पक्ष को जाना। उनके अनुसार रणनीति बनाई और अपनी कमियों को दूर किया। मैं ट्रायल में एक ही लक्ष्य लेकर आया था, कि मुझे नंबर एक पर रहना है। ऐसे में कोई भी पहलवान हो मुझे उससे जीतना ही है।’

नेशनल चैम्पियनशिप में जीतने से मानसिक मजबूती मिलीसंदीप ने बताया कि कुछ दिन पहले नेशनल चैम्पियनशिप में मैने फाइनल में जितेंद्र सिंह को हराया था। वहीं दूसरे राउंड में अमित धनखड़ को हराया था। ऐसे में ट्रायल से पहले मैं मानसिक रूप से मजबूत था। चूंकि मैं इन खिलाड़ियों को हरा चुका था, ऐसे में मुझे लग रहा था, कि जब इन्हें एक बार हरा चुका हूं, तो इन्हें दोबारा भी हरा सकता हूं। वहीं मैं नरसिंह यादव से नहीं खेला था। लेकिन मैने इनके वीडियो देखे और अपनी ट्रेनिंग की।’

रोम में वर्ल्ड चैम्पियनशिप के सिल्वर मेडलिस्ट को हरा चुके हैंसंदीप ने कहा, ‘मैं जूनियर लेवल पर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में मैं खेल चुका हूं। हालांकि सीनियर लेवल में मैं दो इवेंट में ही भाग ले पाया हूं। हाल ही में मैं रोम में भाग लिया था। वहां पर मैने इस कैटगिरी के वर्ल्ड चैम्पियनशिप के सिल्वर मेडललिस्ट को हराया। हालांकि तबीयत खराब होने के कारण मैं आगे नहीं पहुंच पाया। लेकिन मुझे लगता है कि अगर मैं एक-दो और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता खेल लूंगा, तो इस कैटगिरी के बड़े पहलवानों को भी हरा सकता हूं।’

वेट को कम करने में हुई परेशानीउन्होंने कहा, ‘मैं 79 किलो वेट कैटेगरी में था। यह ओलिंपिक कैटेगरी नहीं है। इसलिए 74 किलो में शिफ्ट हुआ। फेडरेशन की ओर से कहा गया था कि नेशनल चैम्पियनशिप में मेडल जीतने के बाद ही ट्रायल में मौका मिलेगा। ऐसे में लॉकडाउन के बाद मैने अपना वेट धीरे-धीरे कम करना शुरू किया। लॉकडाउन में मेरा वेट करीब 86 किलो हो गया था। मुझे वेट को कम करने में परेशानी हुई। लेकिन डाइटीशियन के सहयोग से मैने अपना वेट कम किया।

ओलिंपिक के लिए भारत के पास अब तक चार कोटेभारत ने टोक्यो ओलिंपिक के लिए कुश्ती में अब तक 4 कोटे हासिल किए हैं। इसमें बजरंग पूनिया (मेन्स फ्री स्टाइल 65 किग्रा वेट कैटेगरी), विनेश फोगाट (महिला 53 किग्रा), रवि कुमार (मेन्स फ्री स्टाइल 57 किग्रा) और दीपक पुनिया (मेन्स फ्री स्टाइल 86 किग्रा) शामिल हैं।

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