- हर जिले में मूल्यांकन केंद्र के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू करने दिए निर्देश
- मूल्यांकन के लिए कुल 275 केंद्रों में करीब 1.47 लाख अध्यापकों को नियुक्त किया गया है
दैनिक भास्कर
May 04, 2020, 11:40 AM IST
लॉकडाउन के चौथे चरण के साथ ही यूपी बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन पांच मई से शुरू होने जा रहा है। लेकिन लॉकडाउन की वजह से जगह-जगह फंसे टीचर्स इसके लिए तैयार नहीं हैं। इस संबंध में शिक्षक विधायक सुरेश त्रिपाठी ने उपमुख्यमंत्री और माध्यमिक शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि मूल्यांकन लॉकडाउन के बाद कराया जाए या परीक्षकों के घर कॉपियां भेजकर मूल्यांकन कराया जाए।
मूल्यांकन के लिए बनाए कुल 275 केंद्र
इसके लिए विधायक की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि लॉकडाउन 17 मई तक चलेगा। ऐसे में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं कराया जा सकता है। मौजूदा समय में सार्वजनिक परिवहन के साधन बंद हैं, जिसके कारण शिक्षकों का केंद्रों में पहुंचना कठिन है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बोर्ड ने कॉपियों के मूल्यांकन के लिए कुल 275 केंद्र बनाए थे। जिनमें करीब 1.47 लाख अध्यापकों को कॉपियों का मूल्याकंन किए जाने के लिए नियुक्त किया गया था।
सोशल डिस्टेसिंग का रखें ध्यान
इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने हर जिले में मूल्यांकन केंद्र के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू करने और केंद्र में किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही केंद्रों पर सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए टीचर्स को कम से कम 2 मीटर की दूरी पर बैठाने तथा सभी परीक्षक और कर्मचारी को मास्क, ग्लब्स अनिवार्य रूप में पहनने के भी निर्देश दिए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों को सैनिटाइज कराने, परीक्षकों और कर्मचारियों को प्रवेश से पहले थर्मल स्कैनिंग कराने और उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल भी सैनिटाइज कराने को कहा है।