भोपाल। दो अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर प्रदेश में नशामुक्ति अभियान का शुभारंभ करने के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर एक बार फिर सख्त नजर आए। उन्होंने मंत्रालय में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस एवं उच्च अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से जनसेवा अभियान एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कानून-प्रशासन से जुड़े अधिकारियों को स्पष्ट रूप से ताकीद करते हुए कहा कि प्रदेश में नशे के अवैध कारोबार को पूरी तरह से ध्वस्त करना है। स्कूल, कॉलेज आसपास, छोटी छोटी दुकानों पर ड्रग्स की शिकायत मिलती है। यह हमारी युवा पीढ़ी को खोखला करने का षड्यंत्र है। इससे हमें युवा पीढ़ी को बचाना है। इनफॉर्मर सक्रिय कीजिये। ये अभिशाप पूरी तरह से समाप्त करना है। पता लगाएं कि इनको संरक्षण देने वाले कौन है, इनके तार कहां जुड़े हैं। जरूरत पड़ने पर इंटेलिजेंस का भी प्रयोग करें। ये अक्षम्य है। पहले चरण में अभियान चलाए। एक से ज्यादा राज्यों से भी तार जुड़े हो सकते हैं। दूसरे चरण में कार्रवाई के बाद भी किसी जिले में ड्रग्स की, अवैध शराब की बिकवाली होगी तो सहन नहीं किया जाएगा। आरोपी पकड़े जाने पर एसपी, थानेदार और उच्च अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन पर एक्शन लेंगे।