मुख्यमंत्री ने कहा कि अब 26 जिलों में बीमारी पहुंच चुकी है, इसलिए बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। दूसरे राज्यों में जिस तरह से संक्रमण बढ़ा है। पशु मर रहे हैं वैसा हाल अपने यहां नहीं बनना चाहिए। गंभीर चिंता की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोई भी जानकारी छिपाएं नहीं। पशुपालकों को जागरूक करें। बचाव के उपायों की जानकारी पशुपालकों को देने के निर्देश उन्होंने दिए हैं। संक्रमित पशुओं के आवागमन पर सख्ती से रोक लगाने के लिए भी कहा है। बता दें कि प्रदेश में इसका पहला मामला अगस्त के पहले सप्ताह में रतलाम में सामने आया था। अगस्त में सात जिलों में ही यह बीमारी फैली थी, जबकि इस महीने 19 जिलों में बीमारी फैल चुकी है।
समय रहते नहीं उठाए कदम : कमल नाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश सरकार कई दिनों से चीता इवेंट में लगी रही। प्रदेश में गायों की सुध नहीं लगी। समय रहते लंपी बीमारी को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए गए। कई जिलों में गायें तड़प कर मर रही हैं। सड़क दुर्घटना में भी गायें मर रही हैं, लेकिन प्रदेश सरकार को सुध नहीं है।