कोरोना संक्रमण के दौरान लगातार कई घंटे तक आनलाइन कक्षाओं में लेक्चर सुनने और लाकडाउन के दौरान गाने सुनने या फिल्म देखने की वजह से अब कुछ लोगों को सुनाई देना कम हो गया है। कान के भीतरी हिस्से की कोशिकाओं और मस्तिष्क तक संकेत पहुंचाने वाली नर्व में स्थायी नुकसान देखने को मिल रहा है। शहर के नाक, कान एवं गला रोग विशेषज्ञों के पास हर दिन इस तरह के एक-दो मामले आ रहे हैं। इनमें 80 फीसद की उम्र 14 से 22 साल के बीच है। डाक्टरों की सलाह है कि जैसे ही सुनाई देना कम होने लगे तो कान को तेज आवाज से बचाएं और फौरन डाक्टर को दिखाएं।